प्रयागराज गंगा यमुना का फिर से बढ़ा जलस्तर,घर छोड़ने पर मजबूर
प्रयागराज में तीसरी बार गंगा यमुना का जलस्तर बढ़ने से रिहायशी इलाकों में बने घरों में पानी घुसना शुरू हो गया है, जिससे लोग अपने घरों को छोड़कर दूसरी जगह शरण लेने पर मजबूर हो गए हैं।
वेली कछार, वेली गांव, राजापुर, अशोकनगर, छोटा बघाड़ा के निचले इलाकों में स्थित लोगों के घरों में पानी घुस गया है , इन इलाकों के लोगों ने अपने घर को छोड़ राहत शिविर में शरण लेना पड़ा।
इसको देखते हुए एनी बेसेंट राहत शिविर चालू कर दिया गया है साथ ही साथ कैंट मैरिज हॉल को भी बाढ़ राहत शिविर के लिए खोल दिया गया है।
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| Floods in Prayagraj |
Video Link - https://youtu.be/5Eqo788mtBE
प्रयागराज में दुबारा क्यों आया बाढ़ :-
- उत्तराखंड में बादल फटने से वहां की रामगंगा और खो नदी में जलस्तर बढ़ने से गंगा नदी में पानी बढ़ गया।
- मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण केन नदी का भी जल स्तर बढ़ा जिससे यमुना नदी का भी जल स्तर बढ़ गया।
- चंदोली डैम टूटने से भी बढ़ा जलस्तर ।
23 अगस्त को चंबल नदी से जमुना नदी में 6,15,338 क्यूसेक जल छोड़ने से गंगा यमुना का बढ़ा जल स्तर..
25 अगस्त से गंगा नदी का जलस्तर 6 CM/H एवं यमुना का 12 CM/H के स्पीड से बढ़ रहा है, जिससे प्रयागराज में NDRF, SDRF एवं जल पुलिस सक्रिय हो गई है।
गंगा यमुना का जलस्तर बढ़ने का सिलसिला अभी तक जारी है फिलहाल इसकी गति थोड़ी धीमी जरूर है लेकिन दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यह खबर थी प्रयागराज में बाढ़ की, प्राकृतिक आपदा की .......
अब दीजिए इजाज़त धन्यवाद ।

Desaster
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